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Order 22 Rule 4 CPC Procedure in the case of death of one of several defendants of sole defendant.

Order 22 Rule 4 CPC Procedure in the case of death of one of several defendants of sole defendant.  आदेश 22 नियम 4 सीपीसी- कई प्रतिवादियो मे...

आज के युग में हर व्यक्ति को सम्पति का लेन देन, शादी विवाह, व्यापार व्यवसाय , निर्माण के कार्य करते वक्त कभी कभी क़ानूनी कठिनाइया पैदा होती है , उनके निवारण हेतू न्यायलय विशिष्ट प्रक्रिया के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति को उपचार प्रदान करते है | इसी प्रक्रिया को सिविल प्रक्रिया संहिता में शामिल किया गया है | इसमें 158 धाराए एवं 51 आदेश सम्मलित किये गये है प्रक्रिया विधि में मात्र अधिकारों का विनिश्चय करना ही काफी नहीं हे बल्कि इन अधिकारों का प्रवर्तन सुनिश्चित किया जाना भी आवश्यक है | सिविल प्रक्रिया संहिता इसी उद्देश्य से पारित की गई है | इस विधि के धारा 1 में प्रारम्भिक - संहिता का इतिहास, नाम विस्तार और प्रारंभ वर्णित किया गया है | जो मूल विधि सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 में लागु की गई थी तथा समय समय पर संशोधन  किये है | समय की मांग के अनुसार भारतीय संसद ने संशोधन अधिनियम 1999 एवं 2002 लागु किये गये है | इस प्रकार सिविल प्रक्रिया सहिंता 1908 उक्त संशोधन सहित लागु होती है | इस अधिनियम को 1 जनवरी 1909 को लागु किया गया है | इसका विस्तार जम्मू कश्मीर राज्य एवं नागालैंड राज्य और जनजाति क्षेत्रों के सिवाय सम्पूर्ण भारत पर है | संशोधन 1/7/2002 से लागु किये गए है |

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                 APP-CIVIL LAW- GOOGLE PLAY STORE

 

2 comments

  1. lovely beauty  

    nice

  2. Yash Parihar  

    Good

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